कोरोना काल में एक लंबे समय से बंद पड़े कारोबार के चलते देश की जीडीपी पर इसका काफी गहरा असर पड़ा है। ऐसे में बात बीते साल की करें तो साल 2019 में भारत की जीडीपी बांग्लादेश की तुलना में 11 गुना अधिक थी जबकि जनसंख्या 8 गुना अधिक थी। वही हाल ही में आईएमएफ यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि इस साल प्रति व्यक्ति जीडीपी के हिसाब से भारत अपने पड़ोसी देश बांग्लादेश से भी पीछे चला गया है। भारत साउथ एशिया का सबसे गरीब तीसरा देश बन गया है। IMF द्वारा जारी आंकड़ों के तहत बताया गया है कि साल 2019 से अब तक भारत की जीडीपी में काफी तेजी से गिरावट दर्ज की गई है।

IMF द्वारा जारी आंकड़ों के तहत यह बताया गया है कि साल 2020 में पीपीपी के हिसाब से भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 6284 डॉलर रहने का अनुमान है। वहीं बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 5139 डॉलर रहने का अनुमान है। आईएमएफ ने साल 2020 में भारत की जीडीपी दर 8.8% रहने का अनुमान जताया है। यह बांग्लादेश के 4.4% की जीडीपी दर के अनुमान का दुगना है।

IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए जारी अपने अनुमान को जून की तुलना में काफी घटा दिया है। ऐसे में कोरोना महामारी के बीच दुनिया भर में प्रमुख बाजार में भारत की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इसका असर आगामी सालों पर भी पड़ सकता है। इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.3 फ़ीसदी की गिरावट का अनुमान जताया जा रहा है।
IMF has estimated India’s GDP to grow at 8.8% in 2021, twice that of Bangladesh at 4.4%. Under present govt, Per Capita GDP increased from Rs 83,091 in 2014-15 to Rs 1,08,620 in 2019-20 – increase of 30.7%. Under UPA 2, it had increased by 19.8%: Govt sources https://t.co/hvTGTI7AKc
— ANI (@ANI) October 14, 2020
वहीं नरेंद्र मोदी सरकार के कार्याकाल में प्रति व्यक्ति जीडीपी साल 2014-15 में 83,091 से बढ़कर 2019-20 में 1,08,620 रुपए हो गई है जो कि 30.7% की बढ़ोतरी है। हालांकि इसके साथ ही आईएमएफ का यह भी अनुमान है कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में जबरदस्त उछाल आ सकता है।

वही लगातार गिरती अर्थव्यवस्था और जीडीपी पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के नफरत भरे संस्कृति राष्ट्रवाद की 6 साल की ठोस उपलब्धि यह है कि बांग्लादेश भी भारत को पछाड़ने के लिए तैयार है।

वहीं इस मामले पर शेयर बाजार विशेषज्ञ एनम होल्डिंग के निर्देशक मनीष चौखानी ने कहा है कि आज हमारे दोनों पड़ोसी देश अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार की ओर अग्रसर हो रहे हैं ऐसे में हम उन्हें बधाइयां देना चाहते हैं। साथ ही यह भी शुभकामना करेंगे कि हमारी उपलब्धियां हमारी आकांक्षाओं को पूरा करेंगी और हमारी अर्थव्यवस्था जल्द ही सुधार की ओर काम करेगी।

गौरतलब है कि बीते सालों में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी में 40 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, तो वही बीते इन्हीं सालों में बांग्लादेश ने अपनी अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ोतरी की है। भारत की तुलना में बांग्लादेश ने 9.1 फ़ीसदी की अर्थव्यवस्था ग्रोथ हासिल की है, जोकि अपने आप में दूसरे अन्य देशों के लिए काफी बड़ी मिसाल है।