हैदराबाद की रहने वाली एक महिला इन दिनों चर्चा में हैं. इस महिला का नाम शैलजा हैं और यह आईआईटी प्रोफेशनल हैं. शैलजा अपना वक़्त स्ट्रे डॉग का ख्याल रखने या फिर उन्हें खाना खिलाने में निकाल देती हैं.
सहेजा के मुताबिक़, वह कुत्तों से डरा करती थी मगर उन्होंने साल 2018 में एक पप्पी को गोद लिया था. पप्पी को गोद लेने के चलते उनका कुत्तों को लेकर जो डरा था वह ख़त्म होता चला गया और उन्हें उससे लगाव हो गया.
शैलजा का लगाव इतना बढ़ता चला गया कि आज वह अपनी पूरी सेविंग्स अब स्ट्रे डॉग्स का ख्याल रखने में या उनकी दवाइयों में खर्च करती हैं. शैलजा ने बताया कि “साल 2018 से पहले मैं कुत्तों से बहुत डरा करती थी मगर मेरे परिवार वालों के एक पप्पी को घर में लाने के बाद से मेरा डर… लगाव में बदल गया और अब तो मैं गली के कुत्तों का भी ख्याल रखती हूं”. इतना ही नहीं, मैं अब लगभग 50 कुत्तों से ज़्यादा का ख्याल रखती हूं.

शैलजा कहती हैं कि “मैं कुत्तों की देखभाल करती हूं, उनका वैक्सिनेशन कराती हूं, उन्हें प्राइवेट वेटर्निटी डॉक्टर्स के पास लेजाकर उनका इलाज करवाती हूं, उनका ध्यान रखती हूं. ये सब मेरे लिए आसान नहीं था मगर धीरे-धीरे मुझे इसकी आदत हो गई”.
शैलजा के मुताबिक़, उन्हें जानवरों की देखभाल करने की जानकारी नहीं थी वह उन्हें सिर्फ खिलाती थी या फिर उन्हें वैक्सीन लगवा देती थी. इसके बाद वह नए जन्मे बच्चों का भी ख्याल रखें लगी. अब वह अपने इस काम को अपनी एक ज़िम्मेदारी समझने लगी हैं और अपनी पूरी सेविंग्स उन्ही पर ही खर्च कर देती है.

जानकारी के लिए हम आपको बता दें, शैलजा कुत्तों के लिए एक फोस्टर हाउस खोलना चाहती हैं, जिसमे वह शहर भर के सभी जानवरों की मदद कर सकें, उनका ध्यान रख सकें, उनके मुताबिक़ उनको यह सब करने में बहुत अच्छा लगता है जहां वह किसी के काम आ सकती हैं.