नई दिल्ली: कोरोना संकट में देश में दिवाली(Diwali 2020 ) की तैयारियां तेजी से हो रही है। इस साल दिवाली का पर्व इस बाद 14 नवंबर यानी कि शनिवार को है। तो ऐसे में जब कुछ ही दिन बाकी हैं । ऐसे पूजा में किसी तरह की कोई भूल न हो जाए इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी पूजन सामग्री की चेकलिस्ट बना लें। इस आर्टिकल में हम आपको दिवाली पूजन सामग्री के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
ये है दिवाली पूजा सामग्री
पूजा की थाली में सबसे पहले मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा, रोली, कुमुकम, अक्षत (चावल), पान, सुपारी, नारियल, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, अगरबत्तियां, मिट्टी, दीपक, रूई, कलावा, शहद, दही, गंगाजल, गुड़, धनिया, फल, फूल, जौ, गेहूं, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, पंचामृत, दूध, मेवे, खील, बताशे, जनेऊ, श्वेस वस्त्र, इत्र, चौकी, कलश, कमल गट्टे की माला, शंख, आसन, थाली. चांदी का सिक्का, चंदन, बैठने के लिए आसन, हवन कुंड, हवन सामग्री, आम के पत्ते और प्रसाद रख लें। इसके बाद उसमें 11 दीपक रखें।
पूजन करते समय ध्यान रखें इस बात का
- पूजा की थाली जब तैयार कर लें तो उसे यजमान के सामने रखें।
- आपके परिवार के सदस्य आपकी बाईं ओर बैठें।
- कोई आगंतुक हो तो वह आपके या आपके परिवार के सदस्यों के पीछे ही बैठे।
- साथ ही एक और बात का विशेष ध्यान रखें कि पूजा स्थल में लक्ष्मी मां की दो मूर्तियां भूलकर भी न रखें।
- साथ ही लक्ष्मी मां की दो मूर्तियां आस-पास तो बिल्कुल ही नहीं रखनी चाहिए। ऐसा होने पर उस घर में कलह होती है।
- घर में खंडित मूर्ति या मां लक्ष्मी का फटा हुआ चित्र नहीं रखना चाहिए। यह वास्तु और ज्योतिष दोनों के हिसाब से ही ये अशुभ है