वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी खुद इस बार सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव हार गये हैं, वहीं उनकी पार्टी को चार सीटें मिली है।
New Delhi, Nov 12 : बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों में भले ही महागठबंधन बहुमत के पहले आकर रुक गया, लेकिन तेजस्वी यादव ने अभी सीएम बनने की आस नहीं छोड़ी है, राजद नेता इसके लिये एनडी के दो छोटे घटक दलों से संपर्क में है। पार्टी सूत्रों का दावा है कि राजद ने वीआईपी के मुकेश साहनी और हम के जीतन राम मांझी से संपर्क किया है, सूत्र ने स्वीकार किया, कि राजद को अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है, लेकिन पार्टी का कहना है कि हमारे रास्ते खुले रहेंगे, राजद सूत्र ने कहा कि मुकेश साहनी डिप्टी सीएम पद चाहते हैं, पार्टी उन्हें ये देने को तैयार भी है, मालूम हो कि महागठबंधन को चुनाव में 110 सीटें मिली है।
13 विधायकों की जरुरत
महागठबंधन को सरकार बनाने के लिये 13 और विधायकों की जरुरत है, राजद सूत्र का दावा है कि इन दोनों दलों के साथ आने के बाद यदि ओवैसी की एआईएमआईएम को अपने साथ कर लेती है, तो उनके पास बहुमत लायक आवश्यक संख्या बल पूरा हो जाएगा, आपको बता दें कि मुकेश साहनी और जीतन राम मांझी चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का साथ छोड़ एनडीए में शामिल हो गये थे।
खुद चुनाव हार गये मुकेश साहनी
मालूम हो कि वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी खुद इस बार सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव हार गये हैं, वहीं उनकी पार्टी को चार सीटें मिली है, जीतन राम मांझी की पार्टी भी 4 सीटों पर जीतने में सफल रही है, राजद के एक सूत्र ने बताया कि प्रयास करने में क्या हर्ज है, अगर वीआईपी और हम हमारे साथ आते हैं, तो हम ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि उन्हें बहुत अच्छा फायदा मिल सकता है, जो एनडीए उन्हें नहीं दे सकता।
ओवैसी ने किया तेजस्वी का खेल खराब
दूसरी ओर एआईएमआईएम किसी भी मामले में हमारा समर्थन करने के लिये तैयार हैं, वीआईपी के एक सूत्र ने राजद के ऑफर की पुष्टि की, लेकिन संकेत दिया कि पाला बदलने की संभावना नहीं है, हमें डिप्टी सीएम पर एक मंत्री पद की पेशकश की जा रही है, हमने अपने नेताओं के साथ इस पर चर्चा की है। सूत्र ने कहा कि राजद ने हमें त्याग दिया था, हम एनडीए के साथ खुश हैं, इसके अलावा अगर हम इतनी जल्दी पाला बदलते हैं, तो इससे हमारे कैडर में एक गलत संदेश जाएगा, वहीं हम नेता ने भी राजद के ऑफर की पुष्टि की, उन्होने कहा कि राजद में वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है, हम अभी तक अपना अपमान नहीं भूले हैं, एनडीए हमारी अच्छी देखभाल करेगा।