भारत-चीन विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आत्मनिर्भर होने की दिशा में भारत सरकार तेजी से काम कर रही है। इस कड़ी में अब मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अपनी इस फैसले के तहत सरकार ने चीन को एक और बड़ा झटका दिया है। दरअसल केंद्र ने रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस मामले पर सरकार के व्यापार महानिदेशक की ओर से सूचना जारी करते हुए कहा गया है कि एयर कंडीशनर के साथ अब रेफ्रिजरेटर के आयात नीति को मुफ्त से प्रतिबंधित की श्रेणी में परिवर्तित कर दिया गया है। सरकार ने यह फैसला क्यों लिया? इसके पीछे क्या कारण है? आइए आपको सब कुछ समझाते हैं।

इन दिनों सरकार प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए आत्मनिर्भर भारत मिशन की ओर काम कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है। सरकार के इस कदम के तहत घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जाएगा और गैर जरूरी वस्तुओं के आयात को हतोत्साहित यानि रोक देना एकमात्र उद्देश्य है।

सरकार द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक भारत में एसी का बाजार करीबन 40 हजार करोड रुपए का है। देश अपनी जरूरत का करीबन 80 फ़ीसदी आयात चीन से करता है, तो वही कई मामलों में यह आयात 85 से 100 फ़ीसदी कंपोनेंट आयात ही होता है।

गौरतलब है कि चीन और थाईलैंड से मुख्य रूप से भारत एयर कंडीशनर आयातक है। ऐसे में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दोनों देशों से भारत 90 फीसदी तक का सामान आयात करता है, जिस पर अब रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की और काम किया जा रहा है।

याद दिला दें कि सरकार ने इससे पहले जुलाई में टेलीविजन सेट के आयात पर रोक लगाई थी। हालांकि उस पर तत्काल प्रभाव से रोक रोक लगा दी गई थी। इससे पहले जून में सरकार ने कार, बसों और मोटरसाइकिल के उपयोग होने वाले नए टायर के आयात पर भी पाबंदी लगा दी थी। इसके अलावा चीन को झटका देते हुए भारत ने कई चीनी ऐप भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए थे।