पुरानी प्रथा के अनुसार अगर घर की स्त्री यह काम करती है तो घर मे संपन्नता नहीं रहती है, गृह क्लेश से दो चार होना पड़ता है.आज की पोस्ट मे हम आपको कुछ ऐसे चीज़ो के बारे मे बताने जा रहे है. जिनको करने से घर मे विपदा आने लगती है.
आज के तनावपूर्ण वातावरण मे व्यक्ति अपनी जीवन शैली मे नए नए प्रयोग द्वारा जीवन को सरल और उत्तम बनाने के लिए कई तरह प्रयोग करता आ रहा है. प्राचीनकाल मे जो विद्वानो ने बता दिया है. वो आज के युग मे सो प्रतिशत सही है. और आज सबकुछ वैसे ही होता जा रहा है. आज हम आपको ऐसी ही कुछ बाटे बताने जा रहे है,जो की जीवन को खुशहाल बनाने के लिए बहुत आवश्यक है.
सबसे पहले यह की हमेशा पत्नी को अपने घर मे साफ सफाई का धियान रखना चाहिए. क्योंकि स्वच्छता तो हमारे देवी देवताओं को भी भाती है. हिन्दू पुराण मे कहा गया है की साफ स्थान पर लक्ष्मी का वास होता है. इसलिए जितना भी हो सके महिलाओं को घर में स्वच्छता रखना चाहिए. इसमें होने वाली बीमारियों से भी बचा जा सकता है. इसलिए घर में सफाई का खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए.
दूसरी बात: कहते हैं स्त्री की वाणी मधुर होना चाहिए. जिससे कि घर का वातावरण स्त्री की वाणी से महक उठे. स्त्री की वाणी में मां सरस्वती का वास होता है. इसलिए स्त्री की वाणी मधुर होना चाहिए.और अपने पति से प्रेमपूर्वक बात करे, इस प्रकार घर में क्लेश भी नहीं होगा.
सबसे आवश्यक बात सदैव धयान रखे घर में अन्न का अपमान नहीं हो. जिस घर में स्त्री द्वारा अन्न का अपमान होता है. वह घर कभी फलता फूलता नहीं है. हिंदू देवताओं को भी अन्न का अपमान पसंद नहीं. और विधाता ने किसी को यह हक नहीं दिया है अन्न का अपमान करें. इसलिए ऐसी कुछ चुनिंदा बातें थी. जिनको हमें दैनिक दिनचर्या मैं लाना चाहिए. जिससे घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहे ।